मुहावरे, अर्थ और उनका वाक्य में प्रयोग
मुहावरे
अर्थ और
वाक्य में
प्रयोग
मुहावरे :
“ जब कोई पद-समूह (जो वाक्य नहीं है) वाक्य में
इस प्रकार प्रयुक्त हो कि अपने वाच्यार्थ को छोडकर कोई विलक्षण अर्थ प्रकट करे तब
ऐसे प्रयोग को और इस प्रकार प्रयुक्त पद-समूह को ‘मुहावरा’ कहते हैं ।
मुहावरा ,सदैव
लक्षणा शक्ति से अपने अर्थ को अभिव्यक्त करता है । इसके प्रयोग से भाषा सबल,सहज,सटिक और
प्रवाहपूर्ण हो जाती है । इतना ही नही, इसके प्रयोग से शैली भी चमत्कारपूर्ण हो जाती
है ।
मुहावरों में
थोड़े-से शब्दों में बहुत अधिक भाव गुंफित रहते हैं । अतः , इनसे भाषा जीवंत और रोचक हो जाती है । तो चलिए शुरू करते है , मुहावरे , उनका अर्थ और वाक्य में प्रयोग ।
01.आँखे भर आना = दुखी होना ।
कम अंक मिलने पर राकेश की
आँखे भर आईं ।
02.आँखे मुँदी जाना = नींद आना ।
कठोर परिश्रम के कारण सविता
की आँखे मुँदी जाने लगी ।
03.आगे कदम रखना = प्रारंभ करना ।
परमाणु क्षेत्र में बहुत
वर्षों पहले भारत ने आगे कदम रखा है ।
04.उकता जाना = ऊब जाना ।
बार-बार उसी गाने को सुनकर
मैं उकता गया ।
05.ओझल होना = दिखाई न देना ।
बाढ़ में गाँव
देखते-ही-देखते ओझल हो गया ।
06.कहीं का न रहना = बरबाद हो जाना ।
तीन मिनट के भूकंप ने शहर को
कहीं का नहीं रखा ।
07.कान खड़े होना = सतर्क होना , चौकन्ना होना ।
हल्की-सी आहट पर भी सैनिकों
के कान खड़े हो जाते है ।
08.कान खोलकर सुनना = ध्यान से सुनना ।
वक्ता के प्रभावशाली भाषण को
सभी कान खोलकर सुन रहे थे ।
09.कान पर जूँ न रेंगना = अनसुना करना ।
अध्यापक द्वारा चेतावनी देने
पर भी प्रतीक के कानों पर ज्यूँ न रेंगी ।
10.काम तमाम करना = मार डालना ।
राजा ने दुष्ट राक्षस का
काम तमाम कर दिया ।
11.किलकारी भरना = बच्चों का हँसकर चील्लाना ।
माँ को देखते ही बच्चा
किलकारी भरने लगता है ।
12.खदेड़ देना = भगाना ।
अजय ने कौए को अपनी गुलेल
से खदेड़ दिया ।
13.खरी-खोटी सुनाना = भला-बुरा कहना ।
मामूली-सी बात पर खरी-खोटी
सुनाना अच्छी बात नहीं है ।
14.खुशी का ठिकाना न रहना = बहुत खुशी होना ।
परीक्षा में सर्वप्रथम आने
पर अमिता कि खुशी का ठिकाना न रहना ।
15.गले से लगाना = प्रेमपूर्वक अपनाना ।
पश्चाताप व्यक्त करने पर
माँ ने बेटे को गले लगाया ।
16.घर का न घाट का = कहीं का न होना ।
मेरा निर्णय गलत होने के कारण
मैं न घर का न घाट का हो गया ।
17.घुल-मिल जाना = घनिष्ठता उत्पन्न होना ।
सैर में सभी छात्र एक-दूसरे
से घुल-मिल जाते हैं ।
18.चने के झाड़ पर चढ़ाना = झूठी
प्रशंसा करना ।
अपने स्वार्थ के लिए लोग
दुसरों को चने के झाड़ पर चढ़ाते हैं ।
19.चने के झाड़ पर चढ़ाना = झूठी
प्रशंसा करना ।
अपने स्वार्थ के लिए लोग
दुसरों को चने के झाड़ पर चढ़ाते हैं ।
20.चुस्त-दुरुस्त रखना = स्वस्थ रहना ।
खिलाड़ी को हमेशा ही
चुस्त-दुरुस्त रहना चाहिए ।
21.जी-जान से प्रयत्न करना = पूर्ण रूप
से प्रयत्न करना ।
परीक्षा के लिए अस्मिता ने
जी-जान से प्रयत्न किया ।
22.झपट्टा मारना = झपटकर छीन लेना ।
आखिर बिल्ली ने चूहे पर
झपट्टा मार ही दिया ।
23.ठंडा होना = मर जाना ।
अत्यधिक ठंड के कारण कई लोग
ठंडे हो गए ।
24.ठग लेना = धोका देना
।
मीठी-मीठी बातों से किसी को
भी ठग लेना अच्छी बात नही ।
25.ठग लेना = धोका देना
।
मीठी-मीठी बातों से किसी को
भी ठग लेना अच्छी बात नही ।
26.तरस जाना = कोई चीज पाने या देखने की तीव्र इच्छा होना ।
भारतमाता को स्वतंत्र देखने
के लिए लोगों की आँखे तरस गई थी ।
27.दम घुटना = अत्यधिक कष्ट होना ।
कमरे में फैले धूएँ से माधुरी का दम घुटने लगा ।
28.दाँत निपोरना = निर्लज्जता से हँसना ।
गलती बताने पर भी सूरज दाँत
निपोरता रहा ।
29.दाँव-पेंच खेलना = चाल चलना
।
शतरंज के खेल में दाँव-पेंच
खेलने पड़ते है ।
30.दाद देना = प्रशंसा करना ।
मैच जीतने के कारण हर कोई
खिलाड़ियों को दाद देता रहा ।
31.दावा पेश करना = अधिकार जताना ।
हड़प किए हुए अपने मकान पर
रामू ने दावा पेश किया ।
32.नाक कटना = प्रतिष्ठा धूल में मिलना ।
कबड्डी की प्रतियोगिता में
हारने के कारण हमारी नाक कट गई ।
33.नाको चने चबाना = बहुत तंग करना ।
बच्चे नई-नई चीजें माँगकर
माँ को नाको चने चबवाते हैं ।
34.नामो-निशान न होना = पूरी तरह मिट जाना ।
भूकंप ने उस शहर का
नामो-निशान मिटा दिया ।
35.परवान चढ़ना = सफलता के उच्च शिखर पर पहुँचना ।
डा.होमी जहाँगीर भाभा अपनी
ध्येयपूर्ति के लिए परवान चढ़ गए ।
36.पहाड़ टूट पडना = विपत्ति आना ।
पिता जी की नौकरी न रहने के
कारण परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा ।
37.पानी-पानी होना = लज्जित
होना ।
नकल करते हुए पकड़े जाने पर
छात्र पानी-पानी हो जाते हैं ।
38.प्रस्थान करना = चल पड़ना ।
रेलगाड़ी ने निर्धारित समय
पर मुंबई के लिए प्रस्थान किया ।
39.फूला न समाना = बहुत प्रसन्न होना ।
आदर्श छात्रा का पुरस्कार
पाने के कारण कीर्ती फूली न समाई ।
40.मन ललचाना = किसी चीज के प्रति मोह होना ।
इमली को देखकर बच्चों का मन
ललचाने लगता हैं ।
41.मुस्तैदी के साथ = पूरी तैयारी के साथ ।
खिलाड़ी मुस्तैदी के साथ
मैदान पर खेलने के लिए उतरे ।
42.रंग चढ़ना = प्रभाव
होना ।
लोगों पर नए डिजाइन के कपड़ों
का बड़ी जल्दी रंग चढ़ता है ।
43.रुआँसा होना = दुखी होना,उदास
होना ।
गणित में कम अंक मिलने पर
मैं रुआँसा हो गया ।
44.रफू चक्कर होना = भाग जाना
।
पुलिस को देखकर चोर रफू चक्कर
हो गया ।
45.लोहा मानना = श्रेष्ठत्व स्वीकार करना ।
संपूर्ण विश्व ने संगणक
क्षेत्र में भारत का लोहा मान लिया है ।
46.वज्रपात होना = अचानक बड़ा भारी संकट आना ।
अकाल वर्षा के कारण किसानों
पर वज्रपात हुआ ।
47.सिर चकराना =कुछ समझ में न आना ।
दुर्घटना को देखकर प्रमोद
का सिर चकराने लगा ।
48.संकल्प करना = प्रण करना
।
हमने आज से निरक्षरता को दूर
करने का संकल्प किया हैं ।
49.सिर झटकना = तिरस्कार प्रकट करना ।
मेरी प्रार्थना न सुनकर उसने
सिर झटक दिया ।
50.हक्का-बक्का रह जाना = विस्मित रह जाना ।
ताजमहल को देखकर सब
हक्के-बक्के रह जाते हैं ।
51.हरकत करना = हिलना
।
साँप मेंढक को देखते ही हरकत
में आ गया ।
52.हाथ मिलाना = मित्र बनाना ।
बुद्धिमान विद्यार्थी से सभी
हाथ मिलाना चाहते हैं ।
53.हिलने का नाम न लेना = दृढ़ रहना,अडिग रहना
।
गोलियाँ चलती रहीं पर
सैनिकों ने हिलने का नाम न लिया ।
54.होश उड़ना = डर जाना ।
शेर को देखते ही हमारे होश
उड़ गए ।
धन्यवाद !
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