Thursday, July 11, 2024

कंप्यूटरः आधुनिक जीवन का आधार



हिन्दी निबंध 


कंप्यूटरः आधुनिक जीवन का आधार


           आज प्रत्येक मध्यम वर्गीय परिवार में एक कंप्यूटर दिख जाता है। अब आवश्यक माना जाने है। कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक साधन है जो आवृतिमूलक गणना को अत्यधिक शीघ्रता से करने में सक्षम है। कंप्यूटर आंकड़ों (सामग्री) को संसाधित करने का साधन है, जिसमें बहुत अधिक मात्रा में आंकड़ें संचित कर सकते हैं। यह सामग्री गद्य, तस्वीरें, आवाज, संख्याएं, छायाचित्र हो सकती हैं अथवा अन्य किसी भी प्रकार की सूचना, जो लोगों द्वारा प्रायः प्रयोग की जाती हैं। आज कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। वास्तव में प्रस्तुत सहस्त्राब्दि कंप्यूटर एवं इससे संबंधित तकनीकों, जिसे साधारणतयाः सूचना तकनीक कहते हैं का परिष्कृत रूप है।


कंप्यूटर विद्यार्थियों को शिक्षा, ग्राफिक, डिजाइनिंग, खेल एवं अन्य शैक्षिक विनियोगों की नवीन तकनीकें सीखने में मदद करता है। इससे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को रिपोर्ट बनाने में भी मदद मिलती है। कार्यालय कर्मचारियों को कंप्यूटर गणना करने, सॉफ्टवेयर का विकास करने, बिक्री बीजक बनाने एवं निर्माण में मदद करता है। इससे पुस्तकालयों में काम सुचारू रूप से करने में मदद मिलती है। कंप्यूटर उपग्रह एवं परमाणु अस्त्रों को भी नियंत्रित करते हैं। यह इंटरनेट की विभिन्न साइट्स एवं सर्च करने (जाने) में हर उम्र के लोगों की विभिन्न रुचियों में सहायक बनता है। वास्तव में यह अनिवार्य है क्योंकि मानव जीवन का कोई भी कार्य इसके बिना अपूर्ण एवं अकुशल है।

विद्यालय जाने वाले विद्यार्थियों को कंप्यूटर जरूर सीखना चाहिए। आज कंप्यूटर विभिन्न स्वरूपों में उपलब्ध हैं।


कंप्यूटर संचालन सीखने के लिए 166 एम. एच. जेड. स्पीड (जिसे सीपीयू स्पीड के रूप में जानते हैं), 1.2 एम.बी. को भंडारण क्षमता का एच.डी.डी. एवं 32 एम. बी. के. आर.ए. एम. की आवश्यकता होती है। इन प्रारंभिक कंप्यूटरों से विद्यार्थी को लोगो, बेसिक, विंडो गेम्स एवं सितेबि से संबंधित विभिन्न लेक्चर व इंटरनेट संचालन में मदद मिलती है। यद्यपि भारतीय समाज, उद्योग एवं राज्यतंत्र कंप्यूटर के अभिग्रहण की ओर अग्रसर है, किंतु हम पश्चिमी देशों की बजाय कंप्यूटर साक्षरता में अभी बहुत पीछे हैं। अमेरिका में प्रत्येक दो विद्यार्थियों में से एक के पास कंप्यूटर है। भारत में दो सौ विद्यार्थियों में से केवल एक के पास ही कंप्यूटर है। इसके अतिरिक्त अमेरिका में प्रत्येक चार विद्यार्थियों में से दो को इंटरनेट की सुविधा प्राप्त है, जबकि भारत में पचास में केवल एक विद्यार्थी की पहुंच इंटरनेट तक है।


एक विद्यार्थी कंप्यूटर के मूल सिद्धांत बहुत शीघ्र सीख सकता है। वह अपने विद्यालय में सांध्य-कक्षाओं में प्रवेश लेकर अग्रवर्ती स्तर का कंप्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। कंप्यूटर सीखना आसान है एवं यह विद्यार्थियों का अनुकूल क्षेत्र है। इससे विद्यार्थियों की कार्य-कुशलता में वृद्धि होती है एवं अधिक ज्ञान प्राप्त होता है। कंप्यूटर विद्यार्थियों के ज्ञान में वृद्धि करते हैं। उनकी शिक्षा में, मानसिक विकास में एवं मनोरंजन में उनके सहायक होते हैं।


आगामी समय में प्रत्येक विद्यार्थी के पास या तो अपना एक कंप्यूटर होगा या उसकी उस तक स्वतंत्र पहुंच होगी। बैंक पूरी तरह कंप्यूटरीकृत हो गए हैं व अधिकतर फैक्ट्रियां, कार्यालय, विश्वविद्यालय एवं विद्यालयों में अग्रवर्ती कंप्यूटर व्यवस्था हो चुकी है। कंप्यूटर की नवीनतम संसाधन स्पीड एम एच जेड 533 है, किंतु यह कंप्यूटर ज्यादा महंगा है। एक कंप्यूटर जो विद्यार्थी की आवश्यकताओं को पूर्ण कर सकता है, वह लगभग बीस हजार रुपए मूल्य का है। आने वाले एक वर्ष में कीमतें और भी कम हो जाएंगी। विद्यार्थियों को सामूहिक शिक्षा एवं बौद्धिक विकास के लिए कंप्यूटरों को अपनाना चाहिए। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक उज्ज्वल क्षेत्र है एवं विद्यार्थी इसमें प्रगति कर सकते हैं। अतिरिक्त प्रतिभाशाली प्रोग्रामर्स की अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड इत्यादि देशों में भी बहुत मांग है। कंप्यूटर के क्षेत्र में यदि विद्यार्थी कठिन मेहनत करते हैं तो आने वाले जीवन में वह अच्छी जीविका कमा सकते हैं। कंप्यूटर आज के युग की आवश्यकता बन गया है और इसे अपनाने के लाभ ही हैं, हानि कुछ भी नहीं।

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